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जलाने दो चराग | Latest Shayari In Hindi Language | Latest Shayari Collection

जलाने दो चराग हमे अंधेरे से अब डर लगता है
बिन तेरे ऐ दोस्त मुश्किल सा ये सफर लगता हैं

जो तू था साथ तो कुछ कमी भी नहीं थी हमें
तेरे जाने के बाद बेगाना सा अपना ये शहर लगता है


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